नकारात्मक नहीं, सिर्फ सकारात्मक


आदरणीय स्नेहिल,

सादर अभिवादनए 

हम सब बहुत ही विषम परिस्थिति से गुजर रहे हैं, चारों तरफ एक अज्ञात सा भय व्याप्त है, जो चिंताजनक स्थिति पैदा कर रहा है। इस स्थिति में हमें धैर्य और समझदारी से काम लेना है, स्थितियां प्रतिकूल हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि हार मान ली जाये। थोड़ी सी सावधानी और समझदारी से हम स्वयं सुरक्षित रह सकते हैं और दूसरों को भी सुरक्षित रख सकते हैं। एक दूसरे से फोन पर सम्पर्क बनायें रखें और मन को अच्छे विचारों से परिपूर्ण रखें। सारी सावधानियों का पालन जरूर करें, ईश्वर पर विश्वास रखें और सकारात्मक ऊर्जा और सोच बनायें रखें। आप अपने परिवार के साथ-साथ हमारे लिए भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। सकारात्मक विचारों को गति देते रहें। कोरोना महामारी अपना विकराल रुप लेती जा रही है। ऐसे समय में हमें हिम्मत से काम लेना होगा। कोरोना से डरने की जरुरत नहीं हैं। हमें सावधानी और जागरुकता से काम लेना होगा। हमें कोरोना को नेगेटिव रखते हुए अपनी सोच को पॉजिटिव रखना होगा। कोरोना आपके घर में नहीं घुस सकता, जब तक हम उसे अपने साथ लेकर नहीं आएंगे। बस हमें ध्यान रखना है कि आवश्यकता पर ही घर से बाहर निकलें, बाहर समय-समय पर हेंड सेनिटाइजर, मास्क और फिजिकल डिस्टेंस का ध्यान रखें। अधिकांश लोग कोरोना की भयावह तस्वीर देखकर डिप्रेंसन में जा रहे है। नेगेटिव सोचने से हमारा इम्युन सिस्टम कमजोर होता है। इसलिए स्वयं पॉजिटिव  रहिए और अपने चारों तरफ के लोगों, रिश्तेदारों और मित्रगणों को फोन के माध्यम से पॉजिटिव करिये। भगवान का मनन करें, भजन और संगीत सुनें।  

नन्द किशोर उपाध्याय

समाचार संपादक

दैनिक प्रलयंकर