प्रलयंकर संवाददाता
गाजियाबाद। जिले के लोनी में भ्रूण लिंग परीक्षण के मामले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से कृष्णा नर्सिंग होम का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। नर्सिंग होम में अवैध तरीके से अल्ट्रासाउंड मशीन के द्वारा लिंग परीक्षण किया जा रहा था। छापेमारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके से तीन भ्रूण भी बरामद हुए हैं, जिन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि सोमवार को सूचना मिली थी कि लोनी के बेहटा स्थित कृष्णा नर्सिंग होम में लिंग परीक्षण किया जा रहा है। इस मामले में फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग की टीम एक नकली ग्राहक के साथ वहां पहुंची थी। अस्पताल में नकली महिला ग्राहक से लिंग परीक्षण के लिए 15 हजार रुपये लिए गए। लिंग परीक्षण के बाद गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एसीएमओ डॉ. सुनील त्यागी के नेतृत्व में नर्सिंग होम में छापेमारी शुरू कर दी।
डॉ. सुनील त्यागी ने बताया कि डॉक्टर और दलाल के पास से 13500 रुपये बरामद किए गए। इसके अलावा जिस मशीन से अल्ट्रासाउंड किया गया था वह भी स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत नहीं थी। एसीएमओ डॉ. सुनील त्यागी की ओर से नर्सिंग होम के डॉक्टर, दलाल व दो अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है।
मौके से लिंग परीक्षण करने वाले डॉक्टर और दलाल को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में दो अन्य आरोपित अभी फरार हैं। इसके साथ ही नर्सिंग होम का लाइसेंस अगले आदेशों तक निरस्त कर दिया
गया है।
प्रशासन का लिया जाएगा सहयोग
सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग लिंग परीक्षण करने वाले अल्ट्रासाउंड सेंटर्स पर कार्रवाई के लिए प्रशासन की मदद लेगा। प्रशासन के सहयोग से छापेमारी की कार्रवाई की जाएगी, जिससे अवैध काम करने वाले सेंटर्स पर कार्रवाई की जा सके।